मलेशिया: डिपार्टमेंटल स्टोर के ख़िलाफ़ 'अल्लाह' नाम वाली जुराबें बेचने का आरोप, मामला दर्ज
मलेशिया: डिपार्टमेंटल स्टोर के ख़िलाफ़ 'अल्लाह' नाम वाली जुराबें बेचने का आरोप, मामला दर्ज
मलेशिया के एक लोकप्रिय डिपार्टमेंटल स्टोर केके सुपरमार्ट के मालिक के ख़िलाफ़ अल्लाह के नाम वाली जुराबें (मोज़े) बेचने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है.
कंपनी में निदेशक पद पर कार्यरत चीनी नागरिक चाय की कीन और उनकी पत्नी लोह सीव मोई पर लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया गया है.
हालांकि, केके सुपरमार्ट और इन जुराबों के सप्लायर शिन जियानचांग ने इसके लिए माफ़ी मांगी है और इन जुराबों को बाज़ार से हटा दिया है.
मलेशिया के क़ानून के अनुसार, दुकानदार अगर दोषी पाए गए तो उन्हें एक साल तक की जेल की सज़ा हो सकती है.
इसके बावजूद, इन जुराबों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने के कारण विवाद अभी भी जारी है. पुलिस के अनुसार, इस बारे में उन्हें क़रीब 200 शिकायतें मिली हैं.
इन जुराबों को लेकर उठा यह विवाद क़रीब दो सप्ताह पहले शुरू हुआ था. उसके बाद लोगों ने इस दुकान के बहिष्कार की अपील की थी.
मलेशिया के राजा ने की आलोचना
मलेशिया के राजा सुल्तान इब्राहिम सुल्तान इस्कंदर और अन्य नेताओं ने भी इस मामले की कड़ी आलोचना की है.
राजा ने पिछले हफ़्ते घटना की निंदा की और कहा कि ज़िम्मेदार लोगों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने भी इस मामले पर ठोस क़दम उठाने का भरोसा दिया है.
मलेशिया का संविधान अपने नागरिकों को किसी भी धर्म का पालन करने की आज़ादी देता है.
हालांकि देश का आधिकारिक धर्म इस्लाम है. देश के क़रीब दो-तिहाई नागरिक मुसलमान हैं.
केके मार्ट मलेशिया की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है जिसके पूरे देश में सैकड़ों डिपार्टमेंट स्टोर हैं.
कंपनी ने अपने सप्लायर ज़िनजियानचांग के ख़िलाफ़ भी मामला दायर किया है. उसने कहा है कि इन जुराबों की बिक्री से उन्हें न केवल वित्तीय नुकसान हुआ, बल्कि उनकी प्रतिष्ठा भी धूमिल हुई है.(bbc.com/hindi)
मलेशिया के एक लोकप्रिय डिपार्टमेंटल स्टोर केके सुपरमार्ट के मालिक के ख़िलाफ़ अल्लाह के नाम वाली जुराबें (मोज़े) बेचने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है.
कंपनी में निदेशक पद पर कार्यरत चीनी नागरिक चाय की कीन और उनकी पत्नी लोह सीव मोई पर लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया गया है.
हालांकि, केके सुपरमार्ट और इन जुराबों के सप्लायर शिन जियानचांग ने इसके लिए माफ़ी मांगी है और इन जुराबों को बाज़ार से हटा दिया है.
मलेशिया के क़ानून के अनुसार, दुकानदार अगर दोषी पाए गए तो उन्हें एक साल तक की जेल की सज़ा हो सकती है.
इसके बावजूद, इन जुराबों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने के कारण विवाद अभी भी जारी है. पुलिस के अनुसार, इस बारे में उन्हें क़रीब 200 शिकायतें मिली हैं.
इन जुराबों को लेकर उठा यह विवाद क़रीब दो सप्ताह पहले शुरू हुआ था. उसके बाद लोगों ने इस दुकान के बहिष्कार की अपील की थी.
मलेशिया के राजा ने की आलोचना
मलेशिया के राजा सुल्तान इब्राहिम सुल्तान इस्कंदर और अन्य नेताओं ने भी इस मामले की कड़ी आलोचना की है.
राजा ने पिछले हफ़्ते घटना की निंदा की और कहा कि ज़िम्मेदार लोगों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने भी इस मामले पर ठोस क़दम उठाने का भरोसा दिया है.
मलेशिया का संविधान अपने नागरिकों को किसी भी धर्म का पालन करने की आज़ादी देता है.
हालांकि देश का आधिकारिक धर्म इस्लाम है. देश के क़रीब दो-तिहाई नागरिक मुसलमान हैं.
केके मार्ट मलेशिया की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है जिसके पूरे देश में सैकड़ों डिपार्टमेंट स्टोर हैं.
कंपनी ने अपने सप्लायर ज़िनजियानचांग के ख़िलाफ़ भी मामला दायर किया है. उसने कहा है कि इन जुराबों की बिक्री से उन्हें न केवल वित्तीय नुकसान हुआ, बल्कि उनकी प्रतिष्ठा भी धूमिल हुई है.(bbc.com/hindi)