गाय हत्या कर मांस काटने वाले आधा दर्जन गिरफ्तार

छत्तीसगढ़ संवाददाता रायगढ़,17 फरवरी। धरमजयगढ़ थाना क्षेत्र में गौ हत्या का मामला सामने आया है। इस मामले में धरमजयगढ़ पुलिस ने गुरुवार की देर रात आधे दर्जन आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए जेल भेज दिया है। पुलिस के अनुसार धरमजयगढ़ थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम पोरिया में गुरुवार की देर रात पुलिस को सूचना मिली कि गांव के कुछ लोग एक घर के पीछे गौ हत्या कर मांस काट रहे हैं। इस सूचना के आधार पर धरमजयगढ़ पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची जहां काफी दिक्कतों के बाद आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस को सूचनाा मिली थी कि कृष्णा यादव अपने जीजा मुनेश्वर यादव एवं अपने दोस्त दिलीप यादव के साथ ग्राम पोरिया घूमने गया था। इसी दौरान कुलदीप तिग्गा के घर के पीछे किसी वस्तु को काटने की आवाज सुनाई दे रही थी, तभी तीनों ने मौके पर जाकर देखा तो अर्जित तिर्की, परशुराम टोप्पो, रंजित तिग्गा, चैतन पन्ना, निकोलस तिर्की एवं डिलाराम टोप्पो सभी टार्च की रोशनी से गाय को काट रहे थे। उनके पास पहुंचने पर वे सभी जंगल की तरफ भागने लगे। बाद में पुलिस ने इन आरोपियों के खिलाफ कृषक पशु परिरक्षण अधिनियम 2004 की धारा 4, 10, 429 पशु कु्ररता निवारण अधिनियम की धारा कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार कर लिया है।

गाय हत्या कर मांस काटने वाले आधा दर्जन गिरफ्तार
छत्तीसगढ़ संवाददाता रायगढ़,17 फरवरी। धरमजयगढ़ थाना क्षेत्र में गौ हत्या का मामला सामने आया है। इस मामले में धरमजयगढ़ पुलिस ने गुरुवार की देर रात आधे दर्जन आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए जेल भेज दिया है। पुलिस के अनुसार धरमजयगढ़ थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम पोरिया में गुरुवार की देर रात पुलिस को सूचना मिली कि गांव के कुछ लोग एक घर के पीछे गौ हत्या कर मांस काट रहे हैं। इस सूचना के आधार पर धरमजयगढ़ पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची जहां काफी दिक्कतों के बाद आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस को सूचनाा मिली थी कि कृष्णा यादव अपने जीजा मुनेश्वर यादव एवं अपने दोस्त दिलीप यादव के साथ ग्राम पोरिया घूमने गया था। इसी दौरान कुलदीप तिग्गा के घर के पीछे किसी वस्तु को काटने की आवाज सुनाई दे रही थी, तभी तीनों ने मौके पर जाकर देखा तो अर्जित तिर्की, परशुराम टोप्पो, रंजित तिग्गा, चैतन पन्ना, निकोलस तिर्की एवं डिलाराम टोप्पो सभी टार्च की रोशनी से गाय को काट रहे थे। उनके पास पहुंचने पर वे सभी जंगल की तरफ भागने लगे। बाद में पुलिस ने इन आरोपियों के खिलाफ कृषक पशु परिरक्षण अधिनियम 2004 की धारा 4, 10, 429 पशु कु्ररता निवारण अधिनियम की धारा कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार कर लिया है।