पेइचिंग में वैश्विक प्रौद्योगिकी महिला नवाचार मंच आयोजित

बीजिंग, 29 अप्रैल । हाल ही में चीन की राजधानी पेइचिंग में वैश्विक प्रौद्योगिकी महिला नवाचार मंच-2024 आयोजित हुआ। इस मौके पर, कई देशों में उत्कृष्ट वैज्ञानिक और तकनीकी महिला प्रतिनिधियों ने विज्ञान और तकनीक के नवाचार क्षेत्र में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका और उनके योगदान पर चर्चा की। फिजियोलॉजी या मेडिसिन में चीन की पहली नोबेल पुरस्कार विजेता थू योयो ने मंच पर युवा महिला वैज्ञानिक और तकनीकी कार्यकर्ताओं को पत्र भेजा, जिसमें थू ने कहा कि वैज्ञानिक और तकनीकी नवाचार दुनिया को नया आकार देने और मानव जाति के भविष्य का निर्माण करने में एक महत्वपूर्ण कारक बन गया है। महिलाएं बुनियादी और तकनीकी अनुसंधान में संलग्न हैं, जो युग में पुरुषों के बराबर गौरवशाली अध्याय लिख रही हैं। चीनी महिला अंतरिक्ष यात्री और अखिल चीन महिला संघ की उपाध्यक्ष वांग याफिंग ने अपनी अंतरिक्ष यात्रा के अनुभवों को साझा किया और कहा कि युग की शक्ति, सपनों की शक्ति, टीम की शक्ति और परिवार की शक्ति के समर्थन से वह लगातार नवाचार और प्रगति हासिल करती हैं। साथ ही यूनेस्को की पूर्व महानिदेशक इरीना बोकोवा ने कहा कि वैज्ञानिक खोज में लड़कियों और महिलाओं की असाधारण क्षमताओं के बावजूद, विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (एसटीईएम) में महिलाओं की भागीदारी कम है। महिलाओं को अधिक अवसर और समर्थन प्रदान करने के लिए वैश्विक प्रयास की आवश्यकता है। वहीं, चीनी विज्ञान अकादमी की शिक्षाविद वांग चीचन के विचार में समान स्थितियां बहुत महत्वपूर्ण हैं। महिलाओं को अतिरिक्त देखभाल की आवश्यकता नहीं है और समान परिस्थितियों में समान व्यवहार करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि महिलाओं की समान भागीदारी और अधिकारों को सुनिश्चित करने के लिए विशिष्ट उपाय किए जा सकते हैं, जैसे कि पोषण अवधि में महिला वैज्ञानिक और तकनीकी श्रमिकों को परियोजना चक्र का विस्तार करने की अनुमति देना और समीक्षा में महिला विशेषज्ञों की भागीदारी बढ़ाना आदि। यहां बता दें कि चीन में महिला वैज्ञानिक और तकनीकी कर्मियों की संख्या 4 करोड़ तक पहुंच गई है, जो वैज्ञानिक और तकनीकी कर्मियों की कुल संख्या का 45 प्रतिशत से अधिक है। प्रमुख राष्ट्रीय अनुसंधान और विकास परियोजनाओं में 6,000 से अधिक महिला परियोजना नेता हैं। उन्होंने वैज्ञानिक और तकनीकी प्रगति में अपरिहार्य योगदान दिया है। (आईएएनएस)

पेइचिंग में वैश्विक प्रौद्योगिकी महिला नवाचार मंच आयोजित
बीजिंग, 29 अप्रैल । हाल ही में चीन की राजधानी पेइचिंग में वैश्विक प्रौद्योगिकी महिला नवाचार मंच-2024 आयोजित हुआ। इस मौके पर, कई देशों में उत्कृष्ट वैज्ञानिक और तकनीकी महिला प्रतिनिधियों ने विज्ञान और तकनीक के नवाचार क्षेत्र में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका और उनके योगदान पर चर्चा की। फिजियोलॉजी या मेडिसिन में चीन की पहली नोबेल पुरस्कार विजेता थू योयो ने मंच पर युवा महिला वैज्ञानिक और तकनीकी कार्यकर्ताओं को पत्र भेजा, जिसमें थू ने कहा कि वैज्ञानिक और तकनीकी नवाचार दुनिया को नया आकार देने और मानव जाति के भविष्य का निर्माण करने में एक महत्वपूर्ण कारक बन गया है। महिलाएं बुनियादी और तकनीकी अनुसंधान में संलग्न हैं, जो युग में पुरुषों के बराबर गौरवशाली अध्याय लिख रही हैं। चीनी महिला अंतरिक्ष यात्री और अखिल चीन महिला संघ की उपाध्यक्ष वांग याफिंग ने अपनी अंतरिक्ष यात्रा के अनुभवों को साझा किया और कहा कि युग की शक्ति, सपनों की शक्ति, टीम की शक्ति और परिवार की शक्ति के समर्थन से वह लगातार नवाचार और प्रगति हासिल करती हैं। साथ ही यूनेस्को की पूर्व महानिदेशक इरीना बोकोवा ने कहा कि वैज्ञानिक खोज में लड़कियों और महिलाओं की असाधारण क्षमताओं के बावजूद, विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (एसटीईएम) में महिलाओं की भागीदारी कम है। महिलाओं को अधिक अवसर और समर्थन प्रदान करने के लिए वैश्विक प्रयास की आवश्यकता है। वहीं, चीनी विज्ञान अकादमी की शिक्षाविद वांग चीचन के विचार में समान स्थितियां बहुत महत्वपूर्ण हैं। महिलाओं को अतिरिक्त देखभाल की आवश्यकता नहीं है और समान परिस्थितियों में समान व्यवहार करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि महिलाओं की समान भागीदारी और अधिकारों को सुनिश्चित करने के लिए विशिष्ट उपाय किए जा सकते हैं, जैसे कि पोषण अवधि में महिला वैज्ञानिक और तकनीकी श्रमिकों को परियोजना चक्र का विस्तार करने की अनुमति देना और समीक्षा में महिला विशेषज्ञों की भागीदारी बढ़ाना आदि। यहां बता दें कि चीन में महिला वैज्ञानिक और तकनीकी कर्मियों की संख्या 4 करोड़ तक पहुंच गई है, जो वैज्ञानिक और तकनीकी कर्मियों की कुल संख्या का 45 प्रतिशत से अधिक है। प्रमुख राष्ट्रीय अनुसंधान और विकास परियोजनाओं में 6,000 से अधिक महिला परियोजना नेता हैं। उन्होंने वैज्ञानिक और तकनीकी प्रगति में अपरिहार्य योगदान दिया है। (आईएएनएस)