बिरकोनी स्कूल में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस, बच्चों ने बनाए मॉडल

छत्तीसगढ़ संवाददाता महासमुंद, 1 मार्च। महासमुंद शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बिरकोनी में कल राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया गया। इस अवसर पर कक्षा ग्यारहवीं और नवमी की छात्राओं द्वारा विद्यालय में बनाये गए मॉडल को प्रदर्शित किया गया। सोलर पैनल, पवन चक्की, बैट्री, परिवहन, बिजली उत्पादन और गणित से संबंधित मॉडल बनाकर प्रस्तुत किये गए। मॉडल बनाने में भौतिक शास्त्र की व्याख्याता मनीषा तिर्की शिक्षक भानेन्द्र सिंह बिसेन ने सहयोग प्रदान किया। ग्यारहवीं से मुस्कान परवीन, नीतू यादव, चंचल साहू, इंद्राणी, अंजू ध्रुव, उमेश्वरी साहू, मोनिका, तारिणी साहू, सीमा गायकवाड़, भारती महिलांग और नवमीं से खुशबू चेलक, कुसुम साहू, सुजल साहू, दीप्ति साहू, खिलेश्वरी साहू, भूमिका पटेल, पूर्वा साहू, प्रिया साहू, त्रिलोचनी निषाद, दिव्या कंवर,ओमिका कंवर, कुलेश्वरी चन्द्राकर, छाया सहिस शामिल रहे। कार्यक्रम का संचालन रसायन शास्त्र व्याख्याता परस राम सिन्हा ने किया और बताया कि रसोई के खाने पीने की वस्तुएं, साबुन, तेल, फर्नीचर, आग जलना, आग बुझाना, शरीर में होने वाली अनेक क्रियाओं का सम्बन्ध रसायन शास्त्र से है। जीवविज्ञान की व्याख्याता अनुपमा मानिकपुरी ने बताया कि पर्यावरण संतुलन में पेड़ पौधों का बहुत बड़ा योगदान है। पेड़ पौधों से हमें सांस लेने हेतु शुद्ध हवा प्राप्त होता है। गणित की व्याख्याता रागिनी चन्द्राकर ने शून्य के महत्व को बताया। प्रभारी प्राचार्य टामेश्वरी साहू ने भारतीय और विदेशी वैज्ञानिकों को याद कर उनके योगदान को बताया। कार्यक्रम में व्याख्याता मनहरण लाल भट्ट, व्यायाम शिक्षक ओमप्रकाश जायसवाल, शिक्षक रेणुका चन्द्राकर,महेन्द्र ध्रुव, कार्यालयीन कर्मचारी मनीषा राजपूत, केशव कन्नौजे, सुरेखा मिश्रा सहित छात्राएं उपस्थित रहीं।

बिरकोनी स्कूल में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस, बच्चों ने बनाए मॉडल
छत्तीसगढ़ संवाददाता महासमुंद, 1 मार्च। महासमुंद शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बिरकोनी में कल राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया गया। इस अवसर पर कक्षा ग्यारहवीं और नवमी की छात्राओं द्वारा विद्यालय में बनाये गए मॉडल को प्रदर्शित किया गया। सोलर पैनल, पवन चक्की, बैट्री, परिवहन, बिजली उत्पादन और गणित से संबंधित मॉडल बनाकर प्रस्तुत किये गए। मॉडल बनाने में भौतिक शास्त्र की व्याख्याता मनीषा तिर्की शिक्षक भानेन्द्र सिंह बिसेन ने सहयोग प्रदान किया। ग्यारहवीं से मुस्कान परवीन, नीतू यादव, चंचल साहू, इंद्राणी, अंजू ध्रुव, उमेश्वरी साहू, मोनिका, तारिणी साहू, सीमा गायकवाड़, भारती महिलांग और नवमीं से खुशबू चेलक, कुसुम साहू, सुजल साहू, दीप्ति साहू, खिलेश्वरी साहू, भूमिका पटेल, पूर्वा साहू, प्रिया साहू, त्रिलोचनी निषाद, दिव्या कंवर,ओमिका कंवर, कुलेश्वरी चन्द्राकर, छाया सहिस शामिल रहे। कार्यक्रम का संचालन रसायन शास्त्र व्याख्याता परस राम सिन्हा ने किया और बताया कि रसोई के खाने पीने की वस्तुएं, साबुन, तेल, फर्नीचर, आग जलना, आग बुझाना, शरीर में होने वाली अनेक क्रियाओं का सम्बन्ध रसायन शास्त्र से है। जीवविज्ञान की व्याख्याता अनुपमा मानिकपुरी ने बताया कि पर्यावरण संतुलन में पेड़ पौधों का बहुत बड़ा योगदान है। पेड़ पौधों से हमें सांस लेने हेतु शुद्ध हवा प्राप्त होता है। गणित की व्याख्याता रागिनी चन्द्राकर ने शून्य के महत्व को बताया। प्रभारी प्राचार्य टामेश्वरी साहू ने भारतीय और विदेशी वैज्ञानिकों को याद कर उनके योगदान को बताया। कार्यक्रम में व्याख्याता मनहरण लाल भट्ट, व्यायाम शिक्षक ओमप्रकाश जायसवाल, शिक्षक रेणुका चन्द्राकर,महेन्द्र ध्रुव, कार्यालयीन कर्मचारी मनीषा राजपूत, केशव कन्नौजे, सुरेखा मिश्रा सहित छात्राएं उपस्थित रहीं।