बस्तर संभाग के सभी जिले में बनेंगे दंतेश्वरी शक्ति केंद्र -साय

महिला पुलिस जवानों से सीएम ने सुनी संघर्षों और वीरता की गाथा छत्तीसगढ़ संवाददाता दंतेवाड़ा, 8 मार्च। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर बस्तर की महिला शक्ति के मध्य उपस्थिति को स्वयं का सौभाग्य बताया। शुक्रवार को शिक्षा नगरी जावंगा स्थित सभागृह में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि आज दंतेवाड़ा के दंतेश्वरी शक्तिपीठ में जाकर माता के आशीर्वाद का सौभाग्य मिला। मां दंतेश्वरी की कृपा से बस्तर अपनी महिला शक्ति के लिए प्रसिद्ध है। बस्तर की वीरांगनाएं विपरीत परिस्थितियों में भी समाज और देश की रक्षा के लिए डटी हुई हैं। उन्होंने कहा कि बस्तर फाईटर्स, दंतेश्वरी फाइटर्स, सीआरपीएफ सहित विभिन्न सुरक्षा बलों में पूरी दक्षता के साथ अपनी महत्वपूर्ण सेवाएं दे रही हैं। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर बस्तर फाईटर्स और दंतेश्वरी फाइटर्स में तैनात महिला पुलिस जवानों से उनके संघर्षों और वीरता की गाथा सुनकर उत्साह वर्धन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि बस्तर में सेवा देने का कार्य बहुत ही चुनौतीपूर्ण होता है। यहां के घने जंगल, नदी-नाले, गुफाओं के बीच सुरक्षा बलों में तैनात महिला पुलिस कर्मियों का कार्य और भी अधिक कठिनाई भरा कार्य है, किन्तु महिला शक्तियां यहां साहस और वीरता के साथ समर्पित होकर कर्त्तव्य का निर्वहन कर रही हैं। महिला शक्ति का यह कार्य अत्यंत सराहनीय है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत देश में प्राचीन काल से महिलाओं का सम्मान होता रहा है। वेदों में भी कहा गया है जहां नारी का सम्मान होता है, वहां देवता वास करते हैं। सभी देवताओं के नाम के पूर्व महिला शक्ति का नाम होता है। उन्होंने कहा कि शक्ति के लिए दुर्गा की आराधना, समृद्धि के लिए लक्ष्मी की आराधना और ज्ञान के लिए सरस्वती की आराधना की परंपरा इस देश में रही है। अर्थात शक्ति, धन और ज्ञान का भंडार नारी शक्ति के पास है। उन्होंने कहा कि महिला सम्मान की यह परंपरा आज भी जीवित है तथा देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर एक महिला श्रीमती द्रौपदी मुर्मू आसीन हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार बस्तर और सरगुजा के विकास के लिए केन्द्रित है, क्योंकि बस्तर और सरगुजा के विकास के बिना छत्तीसगढ़ का विकास संभव नहीं है। हमारी सरकार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गारंटियों को पूरा करने का काम कर रही है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री साय ने नक्सली पीडि़त परिवारों को शॉल-श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया, वहीं महिला पुलिस जवानों को वर्दी प्रदान कर उत्साहवर्धन किया। मुख्यमंत्री की घोषणाएं मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर बस्तर संभाग के सभी जिलों के मुख्यालयों में खेलकूद और सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए मां दंतेश्वरी शक्ति केंद्र की स्थापना, कारली में शहीद स्मारक और अमर वाटिका का निर्माण, जावंगा एजुकेशन हब की तरह जिले में उच्च सुविधायुक्त स्पोर्ट्स सिटी का विकास, पालनार एवं बड़े गुडरा में 100-100 सीटर कन्या छात्रावास, समेली एवं मडक़ामीरास में 25-25 सीटर प्री मैट्रिक छात्रावास, जंगमपाल और मारजूम में 50-50 सीटर छात्रावास की स्थापना, बुरगुम, पोटाली, नहाड़ी में आश्रम-छात्रावास भवन का पुनर्निर्माण, अरनपुर, रोंजे और गंजेनार में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की स्वीकृति, संभाग के सातों जिलों में आवश्यकता अनुसार दो-दो उप स्वास्थ्य केंद्र खोलने की स्वीकृति, दंतेवाड़ा के फागुन मड़ई के लिए दस लाख रुपये का प्रावधान करने की घोषणा करने के साथ ही कहा कि जावंगा के नवीन महाविद्यालय को वीरांगना मासक देवी के नाम पर जाना जाएगा। नारी शक्ति के साथ मुख्यमंत्री ने किया भोजन अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर जावंगा पहुंचे मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने बस्तर फाईटर्स, दंतेश्वरी फाइटर्स, सीआरपीएफ सहित विभिन्न सुरक्षा बलों में तैनात महिला पुलिसकर्मियों के साथ ही जावंगा एजुकेशन सिटी की स्कूली छात्राओं के साथ भोजन किया। इस अवसर पर विधायक चैतराम अटामी, विधायक चित्रकोट विनायक गोयल, सहित कमिश्नर बस्तर श्याम धावड़े, आईजी बस्तर रेंज सुंदरराज पी., आयुक्त जनसम्पर्क मयंक श्रीवास्तव, कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी, पुलिस अधीक्षक गौरव राय और बड़ी संख्या में महिला कमांडो प्रमुख रूप से मौजूद थीं।

बस्तर संभाग के सभी जिले में बनेंगे दंतेश्वरी शक्ति केंद्र -साय
महिला पुलिस जवानों से सीएम ने सुनी संघर्षों और वीरता की गाथा छत्तीसगढ़ संवाददाता दंतेवाड़ा, 8 मार्च। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर बस्तर की महिला शक्ति के मध्य उपस्थिति को स्वयं का सौभाग्य बताया। शुक्रवार को शिक्षा नगरी जावंगा स्थित सभागृह में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि आज दंतेवाड़ा के दंतेश्वरी शक्तिपीठ में जाकर माता के आशीर्वाद का सौभाग्य मिला। मां दंतेश्वरी की कृपा से बस्तर अपनी महिला शक्ति के लिए प्रसिद्ध है। बस्तर की वीरांगनाएं विपरीत परिस्थितियों में भी समाज और देश की रक्षा के लिए डटी हुई हैं। उन्होंने कहा कि बस्तर फाईटर्स, दंतेश्वरी फाइटर्स, सीआरपीएफ सहित विभिन्न सुरक्षा बलों में पूरी दक्षता के साथ अपनी महत्वपूर्ण सेवाएं दे रही हैं। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर बस्तर फाईटर्स और दंतेश्वरी फाइटर्स में तैनात महिला पुलिस जवानों से उनके संघर्षों और वीरता की गाथा सुनकर उत्साह वर्धन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि बस्तर में सेवा देने का कार्य बहुत ही चुनौतीपूर्ण होता है। यहां के घने जंगल, नदी-नाले, गुफाओं के बीच सुरक्षा बलों में तैनात महिला पुलिस कर्मियों का कार्य और भी अधिक कठिनाई भरा कार्य है, किन्तु महिला शक्तियां यहां साहस और वीरता के साथ समर्पित होकर कर्त्तव्य का निर्वहन कर रही हैं। महिला शक्ति का यह कार्य अत्यंत सराहनीय है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत देश में प्राचीन काल से महिलाओं का सम्मान होता रहा है। वेदों में भी कहा गया है जहां नारी का सम्मान होता है, वहां देवता वास करते हैं। सभी देवताओं के नाम के पूर्व महिला शक्ति का नाम होता है। उन्होंने कहा कि शक्ति के लिए दुर्गा की आराधना, समृद्धि के लिए लक्ष्मी की आराधना और ज्ञान के लिए सरस्वती की आराधना की परंपरा इस देश में रही है। अर्थात शक्ति, धन और ज्ञान का भंडार नारी शक्ति के पास है। उन्होंने कहा कि महिला सम्मान की यह परंपरा आज भी जीवित है तथा देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर एक महिला श्रीमती द्रौपदी मुर्मू आसीन हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार बस्तर और सरगुजा के विकास के लिए केन्द्रित है, क्योंकि बस्तर और सरगुजा के विकास के बिना छत्तीसगढ़ का विकास संभव नहीं है। हमारी सरकार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गारंटियों को पूरा करने का काम कर रही है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री साय ने नक्सली पीडि़त परिवारों को शॉल-श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया, वहीं महिला पुलिस जवानों को वर्दी प्रदान कर उत्साहवर्धन किया। मुख्यमंत्री की घोषणाएं मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर बस्तर संभाग के सभी जिलों के मुख्यालयों में खेलकूद और सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए मां दंतेश्वरी शक्ति केंद्र की स्थापना, कारली में शहीद स्मारक और अमर वाटिका का निर्माण, जावंगा एजुकेशन हब की तरह जिले में उच्च सुविधायुक्त स्पोर्ट्स सिटी का विकास, पालनार एवं बड़े गुडरा में 100-100 सीटर कन्या छात्रावास, समेली एवं मडक़ामीरास में 25-25 सीटर प्री मैट्रिक छात्रावास, जंगमपाल और मारजूम में 50-50 सीटर छात्रावास की स्थापना, बुरगुम, पोटाली, नहाड़ी में आश्रम-छात्रावास भवन का पुनर्निर्माण, अरनपुर, रोंजे और गंजेनार में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की स्वीकृति, संभाग के सातों जिलों में आवश्यकता अनुसार दो-दो उप स्वास्थ्य केंद्र खोलने की स्वीकृति, दंतेवाड़ा के फागुन मड़ई के लिए दस लाख रुपये का प्रावधान करने की घोषणा करने के साथ ही कहा कि जावंगा के नवीन महाविद्यालय को वीरांगना मासक देवी के नाम पर जाना जाएगा। नारी शक्ति के साथ मुख्यमंत्री ने किया भोजन अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर जावंगा पहुंचे मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने बस्तर फाईटर्स, दंतेश्वरी फाइटर्स, सीआरपीएफ सहित विभिन्न सुरक्षा बलों में तैनात महिला पुलिसकर्मियों के साथ ही जावंगा एजुकेशन सिटी की स्कूली छात्राओं के साथ भोजन किया। इस अवसर पर विधायक चैतराम अटामी, विधायक चित्रकोट विनायक गोयल, सहित कमिश्नर बस्तर श्याम धावड़े, आईजी बस्तर रेंज सुंदरराज पी., आयुक्त जनसम्पर्क मयंक श्रीवास्तव, कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी, पुलिस अधीक्षक गौरव राय और बड़ी संख्या में महिला कमांडो प्रमुख रूप से मौजूद थीं।