भटक कर शहर में पहुंचा हाथी, सडक़ हादसे में भालू की मौत

छत्तीसगढ़ संवाददाता कांकेर, 1 मई।बीती रात से आज दिन भर कांकेर के आसपास सीमावर्ती गांवों में हाथी की मौजूदगी की खबर मिल रही है। कल रात्रि में गोविंदपुर के रिहायशी क्षेत्र में हाथी देखा गया। इसी तरह नेशनल हाईवे पर भालू का शव मिला। बताया गया कि किसी अज्ञात वाहन के ठोकर से इस भालू की मौत हो गई है। जानकारी के अनुसार साथियों से बिछुड़े हुए हाथी को सुबह ठेलकाबोड के खेत की ओर देखा गया था। हाथी को घूमते हुए देखे जाने का वीडियो सोसल मीडिया में वायरल हो रहा है। हाथी के स्थिर न होने से कोई भी उसका स्थाई लोकेशन नहीं बता पा रहे हैं। वहीं अलग- अलग स्थानों पर देखे जाने से हाथी की संख्या एक से अधिक की होने का अनुमान लगाया जा रहा है। भोजन- पानी के अभाव से भटक रहा भालू सडक़ हादसे का षिकार बुधवार की सुबह माकड़ी के आगे ननंदमारा के समीप बाईपास रोड पर एक भालू मृत अवस्था में देखा गया। बताया गया कि किसी अज्ञात वाहन के ठोकर से इस भालू की मौत हो गई है। ज्ञात हो कि कांकेर वन परिक्षेत्र में वन्य प्राणियों के आबादी क्षेत्र में घुसने की घटनाएं आम हो गई है। जिससे आम आदमी पर हमले होने की घटनाएं भी प्रकाश में आती रहती है। वन्य प्राणियों के संरक्षण के लिए वनों और पहाडिय़ों में पानी भोजन और पर्याप्त संसाधन नहीं होने से उन्हें आबादी क्षेत्र में भटकने की नौबत आ रही है। उनके आवास के ठिकानों पर आाग लगाए जा रहे हंै। गिट्टी, बोल्डर आदि के लिए चट्टानों में विस्फोट किया जा रहा है। वहीं महुआ चार आदि के लिए आग लगाए जाने से छोटे झाडिय़ां नष्ट होने के कारण तेज गर्मी होने की वजह से उन्हें राहत का ठिकाना नहीं मिल रहा है। परिणाम स्वरूप भोजन पानी की तलाश में उन्हें रिहायशी क्षेत्र में आना पड़ रहा है। जहां लोगों से टकराव होने से वन्यप्राणी मारे जा रहे हैं या मनुश्य घायल हो रहे है। इस समस्या के समाधान के लिए जन प्रतिनिधि में सामने नहीं आ रहे हैं।

भटक कर शहर में पहुंचा हाथी, सडक़ हादसे में भालू की मौत
छत्तीसगढ़ संवाददाता कांकेर, 1 मई।बीती रात से आज दिन भर कांकेर के आसपास सीमावर्ती गांवों में हाथी की मौजूदगी की खबर मिल रही है। कल रात्रि में गोविंदपुर के रिहायशी क्षेत्र में हाथी देखा गया। इसी तरह नेशनल हाईवे पर भालू का शव मिला। बताया गया कि किसी अज्ञात वाहन के ठोकर से इस भालू की मौत हो गई है। जानकारी के अनुसार साथियों से बिछुड़े हुए हाथी को सुबह ठेलकाबोड के खेत की ओर देखा गया था। हाथी को घूमते हुए देखे जाने का वीडियो सोसल मीडिया में वायरल हो रहा है। हाथी के स्थिर न होने से कोई भी उसका स्थाई लोकेशन नहीं बता पा रहे हैं। वहीं अलग- अलग स्थानों पर देखे जाने से हाथी की संख्या एक से अधिक की होने का अनुमान लगाया जा रहा है। भोजन- पानी के अभाव से भटक रहा भालू सडक़ हादसे का षिकार बुधवार की सुबह माकड़ी के आगे ननंदमारा के समीप बाईपास रोड पर एक भालू मृत अवस्था में देखा गया। बताया गया कि किसी अज्ञात वाहन के ठोकर से इस भालू की मौत हो गई है। ज्ञात हो कि कांकेर वन परिक्षेत्र में वन्य प्राणियों के आबादी क्षेत्र में घुसने की घटनाएं आम हो गई है। जिससे आम आदमी पर हमले होने की घटनाएं भी प्रकाश में आती रहती है। वन्य प्राणियों के संरक्षण के लिए वनों और पहाडिय़ों में पानी भोजन और पर्याप्त संसाधन नहीं होने से उन्हें आबादी क्षेत्र में भटकने की नौबत आ रही है। उनके आवास के ठिकानों पर आाग लगाए जा रहे हंै। गिट्टी, बोल्डर आदि के लिए चट्टानों में विस्फोट किया जा रहा है। वहीं महुआ चार आदि के लिए आग लगाए जाने से छोटे झाडिय़ां नष्ट होने के कारण तेज गर्मी होने की वजह से उन्हें राहत का ठिकाना नहीं मिल रहा है। परिणाम स्वरूप भोजन पानी की तलाश में उन्हें रिहायशी क्षेत्र में आना पड़ रहा है। जहां लोगों से टकराव होने से वन्यप्राणी मारे जा रहे हैं या मनुश्य घायल हो रहे है। इस समस्या के समाधान के लिए जन प्रतिनिधि में सामने नहीं आ रहे हैं।