गंगा आरती के साथ सिरपुर महोत्सव का समापन

छत्तीसगढ़ संवाददाता राजिम, 27 फरवरी। बालीवुड कलाकारों की प्रस्तुति देखने के लिए सिरपुर महोत्सव के तीसरे दिन लगभग 10 हजार से अधिक लोग पहुंचे थे। शाम होते ही महानदी के तट पर गंगा आरती हुई। जिसमें ग्रामीण श्रद्धालुओं के अलावा जनप्रतिनिधि भी शामिल हुए। इसके बाद सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति शुरू हुई। आरू साहू द्वारा प्रस्तुत भारत का बच्चा-बच्चा जय श्री राम बोलेगा, सुवा बोलत हे, पानी बरसे रे बादर गरजे रे गीतों की प्रस्तुति ने लोगों को झूमने के लिए मजबूर कर दिया। स्थानीय कार्यक्रमों में आदिवासी छात्रावास सिरपुर की बालिकाओं ने छत्तीसगढ़ी लोकगीत और संस्कृति पर आधारित कार्यक्रम की प्रस्तुति देकर सबको आकर्षित किया। कार्यक्रम में आकर्षण का मुख्य केंद्र मुंबई से पहुंचे प्रसिद्ध कलाकारों द्वारा महाभारत के गीता सार की संगीतमय प्रस्तुतिे व अमृत मंथन रहा। आकर्षक वेशभूषा और साज.सज्जा के साथ गीता की नृत्य शैली में प्रस्तुति ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। पद्मश्री से सम्मानित भारती बंधु की सुफियाना अंदाज में सदाबहार प्रस्तुति से श्रोता गदगद हुए। आखरी दिन मेले में मुख्य अतिथि सांसद चुन्नीलाल साहू ने विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉल का अवलोकन किया। इस अवसर पर पूर्व राज्यमंत्री पूनम चंद्राकर, पूर्व विधायक डॉ. विमल चोपड़ा, पूर्व संसदीय सचिव रूप कुमारी चौधरी, जिला पंचायत अध्यक्ष उषा पटेल, उपाध्यक्ष लक्ष्मण पटेल, नगर पालिका अध्यक्ष राशि महिलांग, सांसद प्रतिनिधि संदीप दीवान, चंद्रहास चंद्राकर, येतराम साहू, सतपाल सिंह पाली, नीलम दीवान, देवेंद्र शर्मा सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं कलेक्टर प्रभात मलिक, वन मंडल अधिकारी पंकज राजपूत, जिला पंचायत सीईओ एस. आलोक, अनुविभागीय अधिकारी उमेश साहू समेत बड़ी संख्या में दर्शक एवम श्रद्धालु मौजूद थे। अंत में अस्त्र भिलाई के कलाकारों द्वारा लाइट एंड साउंड कार्यक्रम की प्रस्तुति हुई। करमा पार्टी बिलखंड बसना द्वारा प्रस्तुत कर्मा नृत्य, सुरेन्द्र मानिकपुरी व साथी द्वारा गाये गए भजन, लोकगीत, सोला सिंगार खल्लारी लोक कला मंच की प्रस्तुति का भी दर्शकों ने आनंद लिया।

गंगा आरती के साथ सिरपुर महोत्सव का समापन
छत्तीसगढ़ संवाददाता राजिम, 27 फरवरी। बालीवुड कलाकारों की प्रस्तुति देखने के लिए सिरपुर महोत्सव के तीसरे दिन लगभग 10 हजार से अधिक लोग पहुंचे थे। शाम होते ही महानदी के तट पर गंगा आरती हुई। जिसमें ग्रामीण श्रद्धालुओं के अलावा जनप्रतिनिधि भी शामिल हुए। इसके बाद सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति शुरू हुई। आरू साहू द्वारा प्रस्तुत भारत का बच्चा-बच्चा जय श्री राम बोलेगा, सुवा बोलत हे, पानी बरसे रे बादर गरजे रे गीतों की प्रस्तुति ने लोगों को झूमने के लिए मजबूर कर दिया। स्थानीय कार्यक्रमों में आदिवासी छात्रावास सिरपुर की बालिकाओं ने छत्तीसगढ़ी लोकगीत और संस्कृति पर आधारित कार्यक्रम की प्रस्तुति देकर सबको आकर्षित किया। कार्यक्रम में आकर्षण का मुख्य केंद्र मुंबई से पहुंचे प्रसिद्ध कलाकारों द्वारा महाभारत के गीता सार की संगीतमय प्रस्तुतिे व अमृत मंथन रहा। आकर्षक वेशभूषा और साज.सज्जा के साथ गीता की नृत्य शैली में प्रस्तुति ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। पद्मश्री से सम्मानित भारती बंधु की सुफियाना अंदाज में सदाबहार प्रस्तुति से श्रोता गदगद हुए। आखरी दिन मेले में मुख्य अतिथि सांसद चुन्नीलाल साहू ने विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉल का अवलोकन किया। इस अवसर पर पूर्व राज्यमंत्री पूनम चंद्राकर, पूर्व विधायक डॉ. विमल चोपड़ा, पूर्व संसदीय सचिव रूप कुमारी चौधरी, जिला पंचायत अध्यक्ष उषा पटेल, उपाध्यक्ष लक्ष्मण पटेल, नगर पालिका अध्यक्ष राशि महिलांग, सांसद प्रतिनिधि संदीप दीवान, चंद्रहास चंद्राकर, येतराम साहू, सतपाल सिंह पाली, नीलम दीवान, देवेंद्र शर्मा सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं कलेक्टर प्रभात मलिक, वन मंडल अधिकारी पंकज राजपूत, जिला पंचायत सीईओ एस. आलोक, अनुविभागीय अधिकारी उमेश साहू समेत बड़ी संख्या में दर्शक एवम श्रद्धालु मौजूद थे। अंत में अस्त्र भिलाई के कलाकारों द्वारा लाइट एंड साउंड कार्यक्रम की प्रस्तुति हुई। करमा पार्टी बिलखंड बसना द्वारा प्रस्तुत कर्मा नृत्य, सुरेन्द्र मानिकपुरी व साथी द्वारा गाये गए भजन, लोकगीत, सोला सिंगार खल्लारी लोक कला मंच की प्रस्तुति का भी दर्शकों ने आनंद लिया।