महानवमी पर ऐसे करें कन्या पूजन, जानिए...शुभ मुहूर्त

आज बुधवार 17 अप्रैल को चैत्र नवरात्रि की महानवमी मनाई जा रही है इस दिन भक्त मां दुर्गा के नौवें स्वरूप मां सिद्धिदात्री की विधिवत पूजा करते हैं और माता का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं नवमी नवरात्रि का आखिरी दिन होता है इस दिन कन्या पूजन के बाद भक्त अपना व्रत खोलते है। ऐसे में अगर आप भी आज कन्या पूजन कर रहे हैं तो आज हम आपके लिए लेकर आए हैं कन्या पूजन का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि, नोट करें। नवमी तिथि का शुभ मुहूर्त- हिंदू पंचांग के अनुसार चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि 16 अप्रैल को रात 1 बजकर 23 मिनट से आरंभ हो चुकी है जिसका समापन 17 अप्रैल को दोपहर 3 बजकर 14 मिनट पर हो जाएगा। ऐसे में महानवमी 17 अप्रैल यानी आज बुधवार को मनाई जा रही है। कन्या पूजन का सही तारीका- आपको बता दें कि महानवमी के दिन कन्या पूजा के लिए घर आईं कन्याओं का सच्चे मन से स्वागत करें। इससे माता रानी प्रसन्न हो जाती हैं इसके बाद साफ पानी से उनके पैरों को धोना चाहिए और सभी नौ कन्याओं के पैर छूकर आशीर्वाद लेना चाहिए। ऐसा करने से तरक्की मिलती है और पापों का नाश हो जाता है फिर साफ आसन पर बैठकर उनके माथे पर कुमकुम का टीका लगाएं और कलावा बांधें। कन्याओं को भोजन कराने से पहले भोजन का पहला भाग देवी मां को अर्पित करें फिर सारी कन्याओं को भोजन परोसे। भोजन समाप्त होने के बाद कन्याओं को अपनी इच्छा अनुसार दक्षिणा देकर उपहार भेंट करें और उनके पैर छूकर आशीर्वाद लें और उन्हें सम्मान पूर्वक विदा करें।

महानवमी पर ऐसे करें कन्या पूजन, जानिए...शुभ मुहूर्त
आज बुधवार 17 अप्रैल को चैत्र नवरात्रि की महानवमी मनाई जा रही है इस दिन भक्त मां दुर्गा के नौवें स्वरूप मां सिद्धिदात्री की विधिवत पूजा करते हैं और माता का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं नवमी नवरात्रि का आखिरी दिन होता है इस दिन कन्या पूजन के बाद भक्त अपना व्रत खोलते है। ऐसे में अगर आप भी आज कन्या पूजन कर रहे हैं तो आज हम आपके लिए लेकर आए हैं कन्या पूजन का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि, नोट करें। नवमी तिथि का शुभ मुहूर्त- हिंदू पंचांग के अनुसार चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि 16 अप्रैल को रात 1 बजकर 23 मिनट से आरंभ हो चुकी है जिसका समापन 17 अप्रैल को दोपहर 3 बजकर 14 मिनट पर हो जाएगा। ऐसे में महानवमी 17 अप्रैल यानी आज बुधवार को मनाई जा रही है। कन्या पूजन का सही तारीका- आपको बता दें कि महानवमी के दिन कन्या पूजा के लिए घर आईं कन्याओं का सच्चे मन से स्वागत करें। इससे माता रानी प्रसन्न हो जाती हैं इसके बाद साफ पानी से उनके पैरों को धोना चाहिए और सभी नौ कन्याओं के पैर छूकर आशीर्वाद लेना चाहिए। ऐसा करने से तरक्की मिलती है और पापों का नाश हो जाता है फिर साफ आसन पर बैठकर उनके माथे पर कुमकुम का टीका लगाएं और कलावा बांधें। कन्याओं को भोजन कराने से पहले भोजन का पहला भाग देवी मां को अर्पित करें फिर सारी कन्याओं को भोजन परोसे। भोजन समाप्त होने के बाद कन्याओं को अपनी इच्छा अनुसार दक्षिणा देकर उपहार भेंट करें और उनके पैर छूकर आशीर्वाद लें और उन्हें सम्मान पूर्वक विदा करें।