सड़क हादसे में लिपिक की मौत, चुनाव ड्यूटी के लिए आ रहे थे

छत्तीसगढ़ संवाददाता महासमुंद, 26 अप्रैल। चुनाव ड्यूटी के लिए सामाग्री लेने महासमुंद आ रहे स्वास्थ्य विभाग बागबाहरा में पदस्थ एक लिपिक का कल अज्ञात वाहन की ठोकर से मौत हो गई। पुलिस ने पंचनामा कर शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है। बीएमओ कार्यालय बागबाहरा से मिली जानकारी के अनुसार सहायक ग्रेड 3 पर पदस्थ वीरेन्द्र कुमार बरिहा (45 वर्ष) की ड्यूटी सरायपाली के किसी पोलिंग बूथ पर लगी थी। इस लिहाज से कल वीरेन्द्र बरिहा को प्रात: पेटी लेने के लिये महासमुंद स्थित कृषि उपज मंडी से पेटी उठाना था। कल सुबह श्री बरिहा अपनी मोटर सायकल से अपनी टीम के साथ बागबाहरा से महासमुंद की ओर निकले थे। प्रतिभा पब्लिक स्कूल के समीप ही वे पेट्रोल भराने के लिये सड़क क्रॉस कर रहे थे कि तेज रफ्तार वाहन ने उन्हें अपनी चपेट में ले लिया। उनके सिर पर गंभीर चोट आने की वजह से वे घटनास्थल पर ही बेहोश हो गया तथा सिर से अत्यधिक मात्रा में रक्तस्त्राव होने लगा। टीम के सदस्यों ने तत्काल 112 के माध्यम से उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बागबाहरा पहुँचाया। जहाँ चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

सड़क हादसे में लिपिक की मौत, चुनाव ड्यूटी के लिए आ रहे थे
छत्तीसगढ़ संवाददाता महासमुंद, 26 अप्रैल। चुनाव ड्यूटी के लिए सामाग्री लेने महासमुंद आ रहे स्वास्थ्य विभाग बागबाहरा में पदस्थ एक लिपिक का कल अज्ञात वाहन की ठोकर से मौत हो गई। पुलिस ने पंचनामा कर शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है। बीएमओ कार्यालय बागबाहरा से मिली जानकारी के अनुसार सहायक ग्रेड 3 पर पदस्थ वीरेन्द्र कुमार बरिहा (45 वर्ष) की ड्यूटी सरायपाली के किसी पोलिंग बूथ पर लगी थी। इस लिहाज से कल वीरेन्द्र बरिहा को प्रात: पेटी लेने के लिये महासमुंद स्थित कृषि उपज मंडी से पेटी उठाना था। कल सुबह श्री बरिहा अपनी मोटर सायकल से अपनी टीम के साथ बागबाहरा से महासमुंद की ओर निकले थे। प्रतिभा पब्लिक स्कूल के समीप ही वे पेट्रोल भराने के लिये सड़क क्रॉस कर रहे थे कि तेज रफ्तार वाहन ने उन्हें अपनी चपेट में ले लिया। उनके सिर पर गंभीर चोट आने की वजह से वे घटनास्थल पर ही बेहोश हो गया तथा सिर से अत्यधिक मात्रा में रक्तस्त्राव होने लगा। टीम के सदस्यों ने तत्काल 112 के माध्यम से उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बागबाहरा पहुँचाया। जहाँ चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।