'जहांगीर नेशनल यूनिवर्सिटी' में प्रोफेसर निवेदिता मेनन की भूमिका निभाएंगी रश्मि देसाई

मुंबई, 22 मार्च । एक्ट्रेस रश्मि देसाई अपकमिंग फिल्म जहांगीर नेशनल यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में लेखिका और प्रोफेसर निवेदिता मेनन की भूमिका निभाती नजर आएंगी। एक्ट्रेस ने कहा, सबसे पहले मुझे स्क्रीन पर देखने का इंतजार करने के लिए मेरे प्रशंसकों को बहुत-बहुत धन्यवाद। जिस तरह की मैं भूमिका निभाना चाहती थी, उसके लिए थोड़ा ब्रेक लेना सही निर्णय था। मैंने अपने किरदार के लिए बहुत मेहनत की है। उन्होंनेे आगे कहा, मेरे इस किरदार से बहुत से लोगों की उम्मीदें जुड़ी हुई है, और इस चीज का ध्यान रखना मेरी नैतिक जिम्मेदारी है। एक कलाकार के तौर पर चरित्र में गहराई से उतरने के लिए मैंने कड़ी मेहनत की है। रश्मि ने कहा, अब यह देखने का समय आ गया है कि दर्शक मेरे प्रदर्शन पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि लोगों को मेरा काम पसंद आएगा। प्रोमो के बाद मुझे इतना प्यार देने के लिए सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद। आईएमडीबी के मुताबिक यह फिल्म एक छोटे शहर के सौरभ शर्मा के बारे में है जो अब जेएनयू का छात्र है। वहां वह राष्ट्रविरोधी वामपंथी छात्रों की गतिविधियों से बेचैन हो जाता है और उनके खिलाफ आवाज उठाता है। (आईएएनएस)

'जहांगीर नेशनल यूनिवर्सिटी' में प्रोफेसर निवेदिता मेनन की भूमिका निभाएंगी रश्मि देसाई
मुंबई, 22 मार्च । एक्ट्रेस रश्मि देसाई अपकमिंग फिल्म जहांगीर नेशनल यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में लेखिका और प्रोफेसर निवेदिता मेनन की भूमिका निभाती नजर आएंगी। एक्ट्रेस ने कहा, सबसे पहले मुझे स्क्रीन पर देखने का इंतजार करने के लिए मेरे प्रशंसकों को बहुत-बहुत धन्यवाद। जिस तरह की मैं भूमिका निभाना चाहती थी, उसके लिए थोड़ा ब्रेक लेना सही निर्णय था। मैंने अपने किरदार के लिए बहुत मेहनत की है। उन्होंनेे आगे कहा, मेरे इस किरदार से बहुत से लोगों की उम्मीदें जुड़ी हुई है, और इस चीज का ध्यान रखना मेरी नैतिक जिम्मेदारी है। एक कलाकार के तौर पर चरित्र में गहराई से उतरने के लिए मैंने कड़ी मेहनत की है। रश्मि ने कहा, अब यह देखने का समय आ गया है कि दर्शक मेरे प्रदर्शन पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि लोगों को मेरा काम पसंद आएगा। प्रोमो के बाद मुझे इतना प्यार देने के लिए सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद। आईएमडीबी के मुताबिक यह फिल्म एक छोटे शहर के सौरभ शर्मा के बारे में है जो अब जेएनयू का छात्र है। वहां वह राष्ट्रविरोधी वामपंथी छात्रों की गतिविधियों से बेचैन हो जाता है और उनके खिलाफ आवाज उठाता है। (आईएएनएस)